कयामत आ जाती अच्छा हुआ वह चुप रह गए उनके सहन क्षमता को किसी तराजू में तुलना करोगे क्या क्षति हो जाती इतनी बिखर जाता सब कुछ जो बर्दाश्त कर दर्द वह सहते नहीं
जो चीज पसंद आ जाती है इंसान उसे अपना बनाने की कोशिश जरूर करता है चाहे वह उसे मिले या ना मिले उसने मेरे दिल पर कब्जा किया है इसीलिए तो वह ठोकर मारकर चली जाती है और हम उफ तक नहीं करते मेरे दिल की सादगी को जिस दिन पहचान जाओगे खुद आकर कहोगी तुमसे प्यार करती हूं इतना करीब आकर दूर जाना पड़ा तो तन्हाई मुझे जिंदा छोड़ेगी नहीं जो चाहती हो मैं जिंदा रहूं दूर जाने की बात ना कहना कभी