जो वर्तमान देख सकता है और भविष्य सही दिशा में सोच सकता है ऐसे इंसान को कोई पराजित नहीं कर सकता अब उन्हें आजमाने को कुछ ना बचा मुझे उनके जैसा कोई मिल नहीं सकता आजमाने में उनका असर मुझपर ऐसा हुआ प्यार पाने बेचैन रहने लगी हूं बिना संतोष सुख मिलेगा नहीं पैसो के पीछे भागते हुए हर दिन निकल जाएगा मैं यह नहीं कहता तुम कमाना छोड़ दो मगर मौज-मस्ती शरीर को थोड़ा आराम दो तुम इतना प्यार करो तुम्हारे इश्क के दरिया में डूब जाए सांस लेना भी मुश्किल मेरा हो गया प्यार पाने को ऐसे बेचैन हूँ
shayari manoj kumar gorakhpur/हिंदी शायरी संग्रह/Hindi shayari sangrah